थाना प्रभारी की वीरता, सूझबूझ और साहस ने परिवार को आग से बचाकर दी नई ज़िंदगी

डीजीपी कैलाश मकवाणा ने कहा – यही है असली पुलिसिंग


भोपाल, शहडोल 27 अक्‍टूबर 2025। शहडोल जिले के थाना पपौंध क्षेत्र के प्रभारी उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा ने आग के भीषण हादसे के बीच असाधारण साहस और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एक परिवार को आग में झुलसने से बचा लिया। उनकी तत्परता और साहस ने न केवल एक परिवार को विनाश से बचाया, बल्कि मध्यप्रदेश पुलिस की सेवा भावना और जनसुरक्षा के प्रति समर्पण का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया। दिनांक 26 अक्टूबर 2025 को ग्राम निपानिया निवासी रूपधारी जायसवाल के घर में अचानक आग लग गई। उस समय घर में रूपधारी जायसवाल, उनकी पत्नी बेलवती जायसवाल, पिता पूरनलाल जायसवाल और लगभग 15 वर्षीय पुत्री मौजूद थीं। उसी दौरान लगभग 10:30 बजे थाना प्रभारी उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा ग्राम हीरापुर से निपानिया की ओर जा रहे थे, तभी उन्होंने रास्ते में उक्त मकान में आग की लपटें उठते देखी। उन्होंने बिना विलंब किए तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि पूरा परिवार आग से घिरे कमरे में फंसा हुआ है और कमरे में रखे सामान को निकालने का असफल प्रयास कर रहा है। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जोखिम उठाकर जलते घर में प्रवेश किया और परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने आसपास के बोर से पानी चलवाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, तत्पश्चात रोड निर्माण कंपनी ए.बी.सी. का टैंकर और नगरपालिका ब्योहारी की फायर ब्रिगेड को बुलवाकर स्थिति को नियंत्रित किया। मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने थाना प्रभारी उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा के इस उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि यही असली पुलिसिंग है। ‍थाना प्रभारी की यह तत्परता और साहसिकता उस भावना का प्रतीक है, जिसके साथ मध्यप्रदेश पुलिस हर परिस्थिति में “जनसेवा और जनसुरक्षा” के अपने संकल्प को निभा रही है। ऐसी घटनाएँ यह प्रमाणित करती हैं कि मध्यप्रदेश पुलिस केवल कानून व्यवस्था की संरक्षक नहीं, बल्कि जनता की जीवनरक्षक शक्ति भी है। पुलिस महानिदेशक स्तर से उन्‍हें सम्मानित किया जाएगा।

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