मध्यप्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों और हाल ही में भोपाल में ABVP के पूर्व संगठन मंत्री भगवान सिंह राजपूत ( मेवाड़ा ) द्वारा आदिवासी बच्ची के साथ किए गए जघन्य बलात्कार की घटना के विरोध में मध्यप्रदेश NSUI के प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष चौकसे के नेतृत्व में आक्रोश मशाल मार्च निकालना जा रहे थे लेकिन इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा पुलिस प्रशासन ने मशाल जुलूस निकालाने से एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को रोक तो उन्होंने मोबाइल की लाईट जलाकर मार्च निकाल कर विरोध जताया ।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पूरी दृढ़ता के साथ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदेश सरकार से मांग की कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाए।
इस मौके पर एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा,
"यह घटना न केवल शर्मनाक है, बल्कि सरकार और प्रशासन की विफलता को भी उजागर करती है। भाजपा और उसकी छात्र इकाई एबीवीपी के लोग आदिवासी बच्चियों की अस्मिता को तार-तार कर रहे हैं, और सरकार मौन साधे बैठी है। हम मांग करते हैं कि आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर कठोरतम सजा दी जाए।"
हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को कठोरतम सजा देने की माँग करते हैं।
एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि यदि दोषी के खिलाफ शीघ्र कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगा। एनएसयूआई ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है।
एनएसयूआई यह स्पष्ट करती है कि वह आदिवासी समाज और महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर संभव संघर्ष करेगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
