स्वास्थ्य और महिला-बाल विकास की विभागीय समीक्षा बैठक संपन्न
कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास के विभागीय कार्यों और लक्ष्यों की समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर वर्मा ने सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रत्येक माह में दो बार संबंधित क्षेत्रांतर्गत आने वाली सभी एएनएम की बैठक लेकर योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करें। एएनएम की कार्य प्रगति कम पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही करें। जिले में नवजात और गर्भवती महिलाओं की मृत्युदर की समीक्षा करते हुये अधिकारियों से मृत्यु के कारण पूंछे। जिस पर अधिकारियों द्वारा संतुष्टिजनक जवाब और विवरण नहीं दिया गया। कलेक्टर ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये संतुष्टिपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। साथ ही गर्भवती महिलाओं के पंजीयन और नवजात शिशु के टीकाकरण शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य से कम पाए जाने पर अधिकारियों को शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के रजिस्ट्रेशन, नवजात की मृत्यु दर और गर्भवती महिलाओं की मृत्यु, कुपोषित नवजात का विवरण ब्लाक स्तर पर तैयार कर एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। दोनों विभाग द्वारा प्रस्तुत जानकारी और डाटाबेस में एकरुपता होनी चाहिये। कलेक्टर ने आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा में मझगवां विकासखण्ड की प्रगति सबसे कम पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि बीएमओ को नोटिस जारी करें। 31 दिसंबर तक कार्य में प्रगति नहीं पाये जाने पर संबंधित का वेतन रोका जाये। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की सीएम हेल्पलाइन, अनमोल पोर्टल पर पंजीयन, एसएनसीयू, एनआरसी, बाल सुरक्षा कार्यक्रम, परिवार नियोजन, एनसीडी स्कैंनिंग कार्यक्रमों की समीक्षा की।
उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के सख्त निर्देश दिये। प्रधानमंत्री मातृत्व अभियान की समीक्षा के दौरान विकासखण्ड मझगवां एवं रामपुर बघेलान में पोर्टल में इन्ट्री कम पाये जाने पर संबंधित को एक सप्ताह में इन्ट्री करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा गया कि यदि एक सप्ताह में कार्य नहीं किया जाता है तो संबंधित का 15 दिन का वेतन काटा जायेगा। महिला बाल विकास विभाग की पोषण एवं स्वास्थ्य, साझा चूल्हा, टेक होम राशन वितरण, एनआरसी, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, लाडली लक्ष्मी प्रोत्साहन योजना, सीएम हेल्पलाइन, वन स्टाप सेंटर, विशेष दत्तक आदि योजनाओं की विकासखण्डवार और सीडीपीओवार समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिन सीडीपीओ की प्रगति कम पाई गई उन्हें प्रगति लाने के निर्देश दिये। बैठक में सीईओ जिला पंचायत संजना जैन ने सभी अधिकारियों से कहा कि चाइल्ड केयर पर विशेष ध्यान दें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी, डीएचओ डॉ विजय आरख, टीकाकरण अधिकारी डॉ. सुचित्रा अग्रवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सौरभ सिंह, बीएमओ, ब्लाक सीडीपीओ सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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