पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अल्प प्रवास पर पहुँचे राज भवन

 

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत राजभवन पहुँचे। उनके आगमन को राजभवन प्रशासन ने एक गरिमामय और औपचारिक आयोजन के रूप में तैयार किया था। राजभवन प्रांगण में पहुँचते ही उनका स्वागत राज्यपाल के अपर सचिव उमाशंकर भार्गव ने अत्यंत सम्मानपूर्वक पुष्प-गुच्छ भेंट कर किया। इस स्वागत समारोह के दौरान राजभवन के कई वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रशासनिक कर्मचारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति का अभिनंदन किया और उनके प्रति आदर प्रकट किया।

जगदीप धनखड़ के आगमन को लेकर पहले से ही राजभवन में तैयारी की गई थी। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया गया था और प्रोटोकॉल के अनुसार सभी औपचारिकताएँ सुनिश्चित की गईं। राजभवन के प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य अतिथि कक्ष तक पूरे परिसर को सुव्यवस्थित किया गया, ताकि पूर्व उपराष्ट्रपति की यात्रा आरामदायक और सुचारु रहे।

स्वागत के बाद जगदीप धनखड़ तथा राजभवन के अधिकारियों के बीच संक्षिप्त औपचारिक बातचीत भी हुई। इस चर्चा के दौरान प्रदेश से जुड़े विभिन्न विषयों के साथ-साथ राष्ट्रीय परिदृश्य पर भी विचार-विमर्श किए जाने की संभावना व्यक्त की गई। हालाँकि यह एक सौजन्य भेंट थी, फिर भी अधिकारियों ने बताया कि यह मुलाकात सौहार्द और गरिमा से भरपूर रही। पूर्व उपराष्ट्रपति ने राजभवन प्रशासन के उत्तम आयोजन और आतिथ्य के लिए प्रसन्नता व्यक्त की।

राजभवन में उपस्थित अधिकारियों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, प्रोटोकॉल अधिकारी तथा अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। सभी ने जगदीप धनखड़ को उनके योगदान, अनुभव और राष्ट्रीय जीवन में निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिकाओं के प्रति सम्मान प्रकट किया। विदित हो कि जगदीप धनखड़ देश की राजनीति और संवैधानिक संस्थाओं से जुड़े एक प्रमुख नाम हैं, जिन्होंने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में महत्वपूर्ण कार्य किया है।

राजभवन परिसर में उनकी उपस्थिति ने पूरे वातावरण को गरिमामय बनाया। कई अधिकारियों ने इसे एक प्रेरणादायी अवसर बताया, क्योंकि इस प्रकार के उच्च पदस्थ व्यक्तित्व से भेंट करना राज्य प्रशासन के लिए सदैव उपयोगी और ज्ञानवर्धक माना जाता है। उपस्थित अधिकारियों के अनुसार, जगदीप धनखड़ का सरल स्वभाव और स्पष्ट संवाद शैली उन्हें एक विशिष्ट व्यक्तित्व बनाती है।

मुलाकात के बाद पूर्व उपराष्ट्रपति ने राजभवन की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की और अधिकारियों को उनके कार्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। राजभवन प्रशासन ने भी उनके आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे सम्मानित अतिथियों का आगमन प्रशासनिक तंत्र को बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

कुल मिलाकर, यह कार्यक्रम सौहार्द, गरिमा और शिष्टाचार का सुंदर उदाहरण रहा। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का राजभवन आगमन न केवल औपचारिकता का विषय था, बल्कि यह प्रदेश के प्रशासनिक कार्य संस्कृति और परंपरागत आतिथ्य का परिचय भी प्रस्तुत करता है।

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