भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर के मोबिलिटी प्लान विशेषज्ञ प्रो. आशीष वर्मा ने सिंहस्थ 2016 का अध्ययन कर भीड़ प्रबंधन हेतु तीन श्रेणी प्लान का निर्मित किया साफ्टवेयर
विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलगुरू प्रो अर्पण भारद्वाज ने सिंहस्थ 2028 को लेकर विश्वविद्यालय की सहभागिता को शामिल करने के लिए योजनाओं पर अपना अभियान शुरू कर दिया हैं, उन्होंने इसके लिए प्रयागराज महाकुंभ 2025 के आयोजन में विद्यार्थियों और प्राध्यापकों की टीम भेजकर योजनाओं पर अध्ययन करवाया था और अब उज्जैन में सिंहस्थ के लिए भीड़ प्रबंधन पर विश्वविद्यालय की भूमिका निभाने के प्रयास पर कार्य शुरू कर दिया है ।
उज्जैन में सिंहस्थ के आयोजन को लेकर माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा अनेक योजनाओं और निर्माण कार्यों को करवाया जा रहा है जो कि उज्जैन के लिए ऐतिहासिक सौगातें होगी,इसी कड़ी में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशन में अपनी भुमिका निभाने के लिए आगे आया है ।विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि,विक्रम विश्वविद्यालय ने सिंहस्थ आयोजन की पूर्व भूमिका के अंतर्गत कार्य शुरू कर दिया है जिसके तहत विश्वविद्यालय,की शलाका दीर्घा में "क्राउड मैनेजमेंट एंड सस्टेनेबल मोबिलिटी प्लानिंग फॉर सिंहस्थ-2028" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसका संयुक्त आयोजन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पं. जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज और स्कूल ऑफ स्टडी्स इन कॉमर्स द्वारा किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बैंगलोर के मोबिलिटी प्लान विशेषज्ञ प्रो. आशीष वर्मा ने अपने शोध और अनुभवों को प्रस्तुत करते हुए बताया कि,उन्होंने उज्जैन में विगत सिंहस्थ 2016 में भीड़ मनोविज्ञान और गतिशीलता नियोजन पर गहन शोध किया था, जिसमें डेटा विश्लेषण और सिमुलेशन शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह शोध सिंहस्थ 2028 के लिए भीड़ प्रबंधन और परिवहन योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।प्रो. वर्मा ने बताया कि,विगत सिंहस्थ 2016 का अध्ययन कर एक सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया,जिसके माध्यम से भीड़ प्रबंधन हेतु तीन श्रेणी प्लान बनाया गया है।
जिसमे लो रिस्क, मध्यम रिस्क और हाई रिस्क प्लान बनाया गया है। विशेषज्ञों के द्वारा फैसिलिटी प्लान के अंतर्गत कौन सी सुविधा कितनी दूरी पर उपलब्ध कराई जाए इस लिए भी प्लान बनाया गया है। प्रो. वर्मा ने सतत परिवहन के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला और इंदौर और उज्जैन में फ्लाईओवर के प्रदर्शन पर भी अपनी बात रखी, यह दर्शाते हुए कि कुछ मामलों में वे उतनी सफल नहीं रहीं जितनी उम्मीद की गई थी। उनका कहना था कि भीड़ प्रबंधन और गतिशीलता योजना में ऐसे पहलुओं पर भी विचार करना आवश्यक है। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो अर्पण भारद्वाज का कहना था कि,"सिंहस्थ 2028 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह उज्जैन के लिए एक बहुत बड़ा आध्यात्मिक आयोजन पर्व होकर अवसर भी है।
प्रो. आशीष वर्मा जैसे विशेषज्ञों का मार्गदर्शन हमें एक सुचारु और कुशल सिंहस्थ सुनिश्चित करने में मदद करेगा। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लाखों श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, और इसके साथ ही शहर की समग्र गुणवत्ता भी बनी रहे। सतत गतिशीलता योजना इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। "टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग के सीटीओ डॉ धर्मेन्द्र सिंह यादव का कहना था कि उज्जैन में आयोजित होने वाला सिंहस्थ पिछले सिंहस्थ आयोजन की अपेक्षा बड़े विस्तारित स्वरूप में आयोजित होना संभावित हैं और इसके लिए तैयारियां की योजना को पूर्व से लागू किया जाना है । कार्यशाला में शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों और स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिन्होंने भीड़ प्रबंधन और सतत परिवहन समाधानों पर गहन चर्चा की। इस कार्यशाला से प्राप्त जानकारी और सुझावों से सिंहस्थ 2028 के लिए एक प्रभावी और टिकाऊ गतिशीलता योजना तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलने की उम्मीद है।कार्यशाला में एक जीवंत प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया। इस जीवंत विचार-विमर्श में निदेशक, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, शोध छात्र और बहु-विषयक छात्र भी उपस्थित रहे ।
संभागायुक्त संजय गुप्ता की अध्यक्षता में गत दिनों सिंहस्थ 2028 में भीड़ प्रबंधन के लिए बैठक आयोजित
उल्लेखनीय है कि इस कार्यशाला के पूर्व उज्जैन संभागायुक्त संजय गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रशासनिक संकुल भवन के तृतीयतल स्थित एनआईसी कक्ष में आगामी सिंहस्थ 2028 महापर्व के अंतर्गत भीड़ प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों के साथ बैठक आयोजित की गई थी ।
बैठक में आईआईएससी बेंगलुरु के मोबिलिटी प्लान विशेषज्ञ डॉ आशीष वर्मा ने मोबिलिटी विशेषज्ञों की टीम द्वारा बनाई गई योजना को सामने रखा था । कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह ने विशेषज्ञ प्रो वर्मा से नागपंचमी के दिन भीड़ प्रबंधन के सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिले के डेवलपमेंट प्लान का अध्ययन कर मोबिलिटी प्लान तैयार करने के लिए कहा था ।बैठक में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज, निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक उपस्थित रहे थे ।
