“संविधान मिटाने की भाजपाई साजिश अब जनता के सामने है”
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा
मध्यप्रदेश में संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों के साथ बार-बार हो रहे अपमान और तोड़फोड़ की घटनाएँ अब केवल अपराध नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा बन चुकी हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में दलित समाज के प्रतीकों, उनकी आस्था और संवैधानिक मूल्यों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह न केवल दलित समाज का अपमान है, बल्कि भारत के संविधान और सामाजिक न्याय की नींव पर प्रहार है।क्या भाजपा को बाबा साहब की विचारधारा से डर लगता है?
पिछले कुछ महीनों में मध्यप्रदेश में डॉ. अंबेडकर की मूर्तियों के साथ हुई शर्मनाक घटनाएँ इस सवाल को और गंभीर बनाती हैं:
शिवपुरी (पिछोर) – अप्रैल 2025 : बाबा साहब की मूर्ति को चौथी बार नुकसान पहुँचाया गया। क्या यह केवल संयोग है कि एक ही स्थान पर बार-बार ऐसी घटनाएँ हो रही हैं ?
सीधी – अप्रैल 2025 : मूर्ति पर खाद्य पदार्थ और चंदन का लेप लगाकर अपवित्र करने का घृणित प्रयास। यह दलित समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं तो और क्या है?
छतरपुर (बरी गाँव ) – मार्च 2025 : मूर्ति की स्थापना के मात्र दो दिन बाद उसे गायब कर दिया गया। प्रशासन की नाकामी या मौन समर्थन?
श्योपुर (गोठा गाँव) – नवंबर 2024 : दलित बस्ती को जलाने के साथ-साथ बाबा साहब की मूर्ति को अपवित्र किया गया। यह हिंसा और नफरत की पराकाष्ठा है।
उन्होंने आगे कहा :
इन घटनाओं का सिलसिला मध्यप्रदेश में भाजपा के शासनकाल में ही क्यों तेज हुआ है? क्या यह सब महज लापरवाही है, या इसके पीछे एक गहरी साजिश है? क्या बाबा साहब की समता, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की विचारधारा भाजपा की सांप्रदायिक और विभाजनकारी नीतियों के लिए खतरा बन गई है?
जीतू पटवारी का कड़ा संदेश :
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा :
“यह केवल मूर्तियों का अपमान नहीं, बल्कि संविधान और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर खुला हमला है। भाजपा का असली चेहरा अब बेनकाब हो चुका है। बाबा साहब के विचारों को मिटाने की कोशिश करने वालों को संरक्षण देना बंद करें। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक और गाँव से लेकर शहर तक इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन करेगी। हम बाबा साहब के सपनों को कुचलने की साजिश को कभी कामयाब नहीं होने देंगे।
”भाजपा की चुप्पी और संरक्षण :
इन घटनाओं के बाद भी मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? क्या अपराधियों को सत्ताधारी दल का संरक्षण प्राप्त है? स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता और पुलिस की उदासीनता इस बात का सबूत है कि यह सब एक सुनियोजित तरीके से हो रहा है।
कांग्रेस की स्पष्ट माँगें :
मध्यप्रदेश कांग्रेस इस गंभीर मुद्दे पर निम्नलिखित माँगें रखती है :
मूर्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो: प्रदेश के सभी अंबेडकर मूर्ति स्थलों पर तत्काल सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाए, जिसमें सीसीटीवी और पुलिस गश्त शामिल हो।
दोषियों पर रासुका के तहत कार्रवाई: इन घटनाओं के दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) के तहत सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।
विशेष जांच आयोग का गठन: इन घटनाओं की निष्पक्ष और गहन जाँच के लिए एक विशेष जांच आयोग का गठन किया जाए, जो इस साजिश के पीछे की सच्चाई को उजागर करे।
दलित समाज को न्याय: पीड़ित समुदाय को त्वरित न्याय और सुरक्षा प्रदान की जाए, साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में सामाजिक सौहार्द बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ।
कांग्रेस का संकल्प :
कांग्रेस पार्टी बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के विचारों और उनके द्वारा स्थापित समता, स्वतंत्रता, और बंधुत्व के सिद्धांतों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम दलित समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और उनके सम्मान, सुरक्षा, और अधिकारों के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।
बाबा साहब का अपमान, भारत का अपमान :
डॉ. अंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि भारत के संविधान और सामाजिक न्याय की आत्मा हैं। उनका अपमान हर उस भारतीय का अपमान है, जो संविधान और लोकतंत्र में विश्वास रखता है। मध्यप्रदेश कांग्रेस इस अन्याय को सहन नहीं करेगी और इसके खिलाफ हर मंच पर अपनी आवाज बुलंद करेगी।
आह्वान :
कांग्रेस सभी न्यायप्रिय नागरिकों, सामाजिक संगठनों, और दलित समाज से अपील करती है कि वे इस साजिश के खिलाफ एकजुट हों। आइए, हम सब मिलकर बाबा साहब के सपनों को साकार करने और संविधान की रक्षा करने का संकल्प लें।
जय भीम ! जय संविधान ! जय हिंद !
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